डॉ सर्वेपल्ली राधाकृष्णन की जीवनी( Dr. sarvepalli radhakrishnan biography in hindi ) # शिक्षक दिवस

डॉ सर्वेपल्ली राधाकृष्णन की जीवनी( Dr. sarvepalli radhakrishnan biography in hindi )   # शिक्षक दिवस







5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है इस दिन शिक्षकों को इनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है |
शिक्षक दिवस ,  teachers day,  भारत के पूर्व उप राष्टपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के उपलक्ष में मनाया जाता है.


  •  आइये जानते है शिक्षक दिवस\ teachers day  को इनके जन्म दिवस के रूप में क्यों मनाते है, तथा डॉ राधाकृष्णन का शिक्षा में योगदान,  डॉ.राधाकृष्णन की जीवनी , इससे जुड़े रोचक तथ्य -






आज के ब्लॉग में हम बात करेंगे -
डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस ?
शिक्षक दिवस \ टीचर्स डे,क्यों मनाते हैं ?
डॉ.राधाकृष्णन की जीवनी हिंदी में  ?
तथ्य 





डॉ सर्वेपल्ली जी (source wikipedia)



डॉ सर्वेपल्ली राधाकृष्णन Dr. Sarvepalli Radhakrishnan biography in hindi :-
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म तमिलनाडु में तिरुतनी नामक जगह पर 5सितम्बर 1888 को एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था | इनके पिता का नाम सर्वपल्ली वीरास्वामी था तथा माता जी का नाम सीतम्मा था |

इनके परिवार की आर्थिक स्थिति ज्यादा ठीक नहीं थी फिर भी इनके पिता ने कड़ी मेहनत से अपने परिवार का निर्वहन किया|






कोरोना वायरस से जुड़े सवाल और सावधानियाँ 





                   

                           
डॉ सर्वेपल्ली का विद्यार्थी जीवन Dr. Sarvepalli's student life :-
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का परिवार एक ब्राह्मण परिवार होने के कारण शुरू से ही इनमे धार्मिक माहौल था बचपन का ज्यादातर समय धार्मिक स्थलों पर ही बिता स्कूल के समय इनका दाखिला ईसाई मिशनरी स्कूल में कराया गया वहा डॉ साहब शुरू से ही मेघावी छात्र रहे इनको स्कूल में कई छात्रवृति भी प्राप्त हुई |


  • डॉ राधाकृष्णन की कॉलेज की पढ़ाई मद्रास के मद्रास कृश्चन कॉलेज में हुई वहाँ  भी इन्होने अपनी काबिलियत का परिचय दिया, कॉलेज की पढ़ाई इन्होने इतिहास तथा मनोविज्ञान के विषयो के साथ पूरी की |

  • कॉलेज में भी डॉ साहब को छात्रवृति प्रदान की गयी आगे चलकर इन्होने दर्शनशास्त्र में एम. ए.  करने का फैसला लिया |

  • अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद डॉ साहब ने अध्यापन में अपना कार्य प्रारम्भ कर दिया इसी बीच इनकी शादी हो चुकी थी लेकिन इन्होने अपनी पढ़ाई तथा अध्यापन जारी रखा |

  • आगे चलकर यह कई कॉलेज के प्रधानाध्याक तथा चाँसलर भी रहे, देश के बाहर कई कॉलेजों में इन्होने अपनी सेवाएं दी तथा भाषण दिए |
  • इन्होने कई लेख तथा किताबे भी लिखी |








5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाने का कारण  Reason for celebrating Teacher's Day on 5 September:-

यह तो हम सब जानते है की 5 सितंबर को इनके जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है लेकिन 5 सितम्बर ही क्यों चुना गया इसके पीछे कारण है की इतने सारे शिक्षण कार्य तथा इतने बड़े पदों पर रहने के बाद तथा राजनीति में आने से पहले चार दशक तक अध्यापन कराने के बाद  जब इनके कुछ परिचितों ने डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी से इनके जन्म दिवस को किसी विशेष दिन के रूप में मनाने का आग्रह किया तो इन्होने मना कर दिया तथा यह दिन शिक्षकों के दिन के रूप में मनाने का सुझाव दिया जिसके फलस्वरूप हम आज 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाते है |


  • 1962 से ही यह दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है | इस दिन शिक्षकों का सम्मान किया जाता है|








Recommended for you-

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
कारगिल विजय दिवस







डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को प्राप्त सम्मान तथा पद  Honors and posts received by Dr. Sarvapalli Radhakrishnan:-

  • डॉ  साहब शुरू से ही मेघावी छात्र रहे इन्होने 20 वर्ष की उम्र में ही स्नातकोत्तर पूरा कर लिया था अध्यापन के काम में लग गए थे |
  • 1931 में इनको ब्रिटिश सरकार द्वारा सर की उपाधि दी गयी |



  • 1954 में इनको भारत रत्न से सम्मानित किया गया |



  • यह भारत के पहले उपराष्ट्रपति तथा दूसरे राष्ट्रपति रहे |



  • आंध्रप्रदेश विश्वविद्यालय के यह वाइस चांसलर रहे |



  • ऑक्सफोर्ड विश्विद्यालय में अध्यापक रहे | कलकत्ता विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में काम किया |
  • दिल्ली तथा काशी विश्विद्यालय के चांसलर रहे |







तथ्य fact (डॉ सर्वेपल्ली राधाकृष्णन ) हिंदी में   :-



  • सर्वपल्ली एक जगह का नाम है जहाँ डॉ साहब के पूर्वज रहते थे इन्ही की याद तथा इस जगह से जुड़ाव के कारण  डॉ राधाकृष्णन के परिवार वाले अपने नाम के आगे सर्वपल्ली लगाने लगे |
  • भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को तथा विश्व में 5 अक्टूबर को मनाया जाता है |
  • डॉ साहब ने चालीस साल से ज्यादा अध्यापन में काम किया |
  • डॉ  राधा कृष्णन की शादी 16 वर्ष की उम्र में ही एक दस वर्षीय लड़की से हो गयी थी |
  • 1912 में  डॉ  साहब ने एक किताब लिखी जिसका नाम मनोविज्ञान के आवश्यक तत्व था जो इनके इस विषय की पकड़ को दर्शाती है |
  • डॉ राधा कृषणन ने यूनेस्को के प्रतिनिधि के रूप में भी काम किया था |








इस लेख में हम ने जाना -

डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवसशिक्षक दिवस को इनके जन्म दिवस के रूप में क्यों मनाते है, राधाकृष्णन का शिक्षा में योगदान,   डॉ.राधाकृष्णन की जीवनी , इससे जुड़े रोचक तथ्य .

आप को यह जानकारी केसी लगी या इससे जुड़े सवाल होने पर comment कर जरूर बताये। ..... 





Your best teacher is your last mistake.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ