गंगा नदी के धार्मिक एंव पौराणिक महत्व. #नमामि गंगे. (Religious and mythological importance of river Ganges. # Namami Gange)



गंगा नदी के धार्मिक एंव पौराणिक महत्व.   

#नमामि गंगे





नदियों का सदियों से ही हमारे दैनिक एंव संस्कारिक जीवन में बहुत महत्व है | कई प्राचीन नगर तथा सभ्यताएँ नदियों के किनारे ही बसाये गए , ताकि जीवन का निर्वाह के लिए आवयशक वातावरण व पानी  की आवयशक पूर्ति हो सके।
 इन्ही नदियों में से एक नदी है गंगा नदी जिसका सामाजिक महत्व के साथ साथ पौराणिक तथा धार्मिक महत्व भी है |
आइये जानते हैं गंगा नदी से जुडी कुछ रोचक जानकारियाँ -







आज के ब्लॉग में हम बात करेंगे -
गंगा नदी के धार्मिक एंव पौराणिक महत्व ?
गंगा नदी में भड़ता प्रदूषण ?
गंगा नदी पर बना बांध ?
नदी की लम्बाई ?
नमामि गंगे कार्येक्रम ?





गंगा नदी का पौराणिक  महत्व  Mythological significance of river Ganges:-

  • गंगा नदी के धरती पर आने से जुडी कई पौराणिक और दंतकथाएं मशहूर हैं |
  • एक कथा के अनुसार बह्रमा ने भगवान विष्णु के पेरो के पसीनो की बूंदो से गंगा नदी बनाई थी |
  • त्रिमूर्ति मतलब भगवान बह्रमा ,विष्णु और शंकर जी में से दो बह्रमा और विष्णु जी के स्पर्श के कारण यह पानी अपने आप में पवित्र समझा गया और वर्तमान गंगा को इसमें से माना जाता है |






                






  • एक दूसरी कथा के अनुसार एक राजा जिसका नाम सगर था जिसने आश्चर्य जनक और जादुई रूप से लघभग साठ हजार पुत्रो की थी |
  • देवलोक पर विजय प्राप्त करने की  इच्छा रखने वाले राजा सगर ने एक यज्ञ आरम्भ किया जिसे अश्वमेघ यज्ञ कहा  जाता है |
  • यज्ञ में घोडा जहां तक बिना रुके पहुंच जाता है वहाँ उस राजा का राज हो जाता है |
  • लेकिन अचानक घोडा गायब हो गया जिसके बाद इनके पुत्रोँ ने इस घोड़े को पाताल लोक में पाया |
  • वो घोडा एक तपस्वी के पास खड़ा था जो तपस्या कर रहे थे | राजा सगर के पुत्रों ने सोचा की यही चोर है और इनका अपमान  किया गया |
  • आखिरकार तपस्वी ने तपस्या भंग करने के कारण इनके साठ हजार पुत्रों को भस्म कर दिया |
  • बाद में इन 60000 लोगों के अंतिम संस्कार किये जाने के प्रयास किये गए |
  • आखिरकार एक राजा ने  गंगा नदी को पृथ्वी पर लाने का प्रयास किया ताकि इनकी राख को गंगा नदी में प्रवाहित किया जा सके |








recommended for you 

कुम्भ का इतिहास क्या है  कुम्भ क्यों लगता है






गंगा नदी का धार्मिक महत्व  Religious importance of river Ganges:-

गंगा नदी का हिन्दू धर्म में बढ़ा  महत्व है | गंगा नदी को मोक्षदायनी और पापनाशक माना जाता है |
                                                                                                                                                                                       








कहा जाता है की गंगा नदी में एक बार डुबकी लगाने से सारे पाप धूल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है |

गंगा नदी को देवी की तरह माना जाता है ,इस नदी के किनारे कई तीर्थ स्थल भी हैं ,जिसमें वाराणसी और हरिद्वार प्रमुख है |






गंगा नदी में बढ़ता प्रदूषण  Ganga river increases pollution:-


  • गंगा नदी में प्रदूषण एक समस्या बनती जा रही है ,गंगा नदी के किनारे बसे कई शहरों से सीधे कूड़ा करकट मिलाया जाता  है | इसके आलावा पूजा पाठ की सामग्री से और मानवो की अस्तियों के विसर्जन से भी इसमें प्रदूषण बढ़ता जा रहा है
  • |
  • गंगा नदी का सबसे साफ जल इस समय उसके उद्गम स्थल गंगोत्री से ही है जहां हिमालये की बर्फ पिघलकर गंगा नदी की शुरुआत करती है |





गंगा नदी सफाई कार्येक्रम  Ganga river cleaning program:-
गंगा की साफ़ सफाई करने के लिए कई कार्येक्रम चलाये जाते हैं | लोगों को इसमें गंदगी नहीं करने के लिए समझाया जा रहा है




 



गंगा नदी सफाई कार्येक्रम में सरकारी संघटन के आलावा कई गैर सरकारी संगठन भी आगे आये हैं | गंगा सफाई योजना में सबसे प्रचलित कार्येक्रम नमामि गंगे कार्येक्रम है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया |
इस कार्येक्रम के तहत गंगा नदी सफाई के साथ साथ  इसके किनारे संचालित फेक्ट्रियो को बंद करवाया जा रहा है एंव लोगो  जागरूक किया जा रहा है |





तथ्य facts गंगा नदी
गंगा नदी की कुल लम्बाई २५१० किमी है जो भारत तथा बांग्लादेश को मिलाकर है |
गंगा नदी पर फरक्का का बांध बना हुआ है |
सरकार ने  नवम्बर,२००८ में  इसे भारत की राष्ट्रीय नदी घोषित किया | 









आज के लेख में हम ने जाना -
गंगा नदी के धार्मिक एंव पौराणिक महत्व ? 
गंगा नदी में भड़ता प्रदूषण ?  गंगा नदी पर बना बांध ?नदी की लम्बाई ?
नमामि गंगे कार्येक्रम ?  आप को यह जानकारी कैसी लगी अपनी राय और सुझाव comment कर जरूर बतायें। ...


your best teacher is your last mistake.


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ